मेरा जीवन कोरा कागज, कोरा ही रेहे गया
जो लिखा था, आशुओके संग बेहे गया
एक हावाका झोका आया, टुटा डाली से फुल
ना पवनकी ना चमनकी, किसकी है ये भुल
खो गई खुस्बु हवामें, कुछ ना रेहे गया
मेरा जीवन कोरा कागज, कोरा ही रेहे गया
उड्ते पन्छीका ठिकाना, मेरा ना कोइ जहाँ
ना डगर है ना खबर है, जाना है मुझको कहाँ
बन्के सपना हमसफ़रका, साथ रेहे गया
मेरा जीवन कोरा कागज, कोरा ही रेहे गया
दुखके अन्दर सुखकी ज्योति, दुख ही सुखका ज्ञान
दर्द सेहके जनम लेता, हर कोइ इन्सान
वो सुखी है, जो खुशी से दर्द सेहे गया
सुखका सागर उसका जीवन, बन्के रेहे गया
Singer: Kishore Kumar
Lyricist: M.G Hashmat
Music: Kalyanji-Anandji
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