हर घडी बदल रही है रुप जिन्दगी
छावो है कभी कभी है धुप जिन्दगी
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समा कल हो ना हो
चाहे जो तुम्हे पुरे दिल से, मिलता है वो मुस्किल से
ऐसा जो कोइ कही है, बस वो ही सबसे हसी है
उस हातको तुम थाम लो, जिसका निशान कल हो ना हो
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समा कल हो ना हो
पल्कोके लेके साये, पास कोइ जो आए
लाख सम्हालो पागल दिलको, दिल धड्के ही जाए
पर सोच लो इस पल है जो, वो दासता कल हो ना हो
हर घडी बदल रही है रुप जिन्दगी
छावो है कभी कभी है धुप जिन्दगी
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समा कल हो ना हो
Lyricist: Javed Akhtar
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